संसद की तरह ही हर 5 साल में होने वाले आम चुनाव में जीत हासिल कर नेता विधानसभा तक पहुंचते हैं और इन नेताओं को सैलरी दी जाती है। भारत में सरकारी सालाना आय का एक बहुत बड़ा हिस्सा नेताओं पर उनकी सुरक्षा पर और उनके भत्ता पर खर्च होता है। इस खर्चे में सबसे बड़ा हिस्सा उनकी सैलरी और सुविधाओं का होता है।
एस पोस्ट में हम बात करेंगे
- विधायक लोग की सैलरी कितनी होती है?
- विधायक लोगो की सैलरी को कौन तय करता है?
- MLA लोगो को क्या क्या फायदे मिलते हैं?
- सबसे ज्यादा किस राज्य के एमएलए लोगो को स्लरी मिलती है?
- सबसे काम किस राज्य के एमएलए लोगो को स्लरी मिलती है?
- इंडिया में किस स्टेट में कितनी सैलरी मिलती है? (सारे राज्यों की लिस्ट)
नोट के लिए आपको बता दू की मैंने ये सारा डेटा समाचार वेबसाइटों से लिया है
भारत में कितनी सैलरी मिलती है विधायक को ?
देश की सभी राज्य में विधायक उनको अलग-अलग सैलरी मिलती है इसी तरह विधायक के लिए कोई फिक्स एवरेज सैलरी का प्रावधान नहीं है। कई राज्य ऐसे हैं जो अत्यधिक सैलरी देते हैं तथा कई राज्य ऐसे हैं जहां पर सैलरी बहुत कम है। कुछ राज्य ऐसे हैं जहां पर सैलरी कम है लेकिन भत्ते के तौर पर एक बड़ी राशि प्रदान की जाती है वहीं कुछ राज्य ऐसे भी हैं जहां पर सैलरी भी कम है और भत्ते भी कम है। यानी कोई मानदंड नहीं है एम.एल.ए लोगो की सैलरी की तय करने के लिए।
उदाहरण के लिए अगर हम देखे तो
गोवा जो देश का सबसे छोटा राज्य हाय वहां पे एमएलए की सैलरी 1.70 लाख है
राजस्थान जो देश का सबसे बड़ा राज्य है वहां पे एमएलए की सैलरी गोवा से कम है
आबादी के इतिहास से अगर हम देखे तो
उत्तर प्रदेश जो आबादी के मामले में देश का सबसे आबादी वाला राज्य है
वहां की सैलरी या गोवा के एमएलए लोगो की सैलरी में बस 20,000 का अंतर है
अगर हम राज्य के जीडीपी के इतिहास से देखे तो
महाराष्ट्र जीडीपी के मामले में टॉप पे है यहां के MLA लोगो सैलरी तेलंगाना राज्य से भी कम है
मतलाब कुछ भी मायने नहीं रखता
विधायक लोगो की सैलरी को कौन तय करता है?
जैसा कि हम जान चुके हैं कि सभी राज्यों में विधायकों को अलग-अलग सैलरी देने का प्रावधान है। उसी प्रकार से राज्य सरकार ही अपने विधायकों को सैलरी देती है तथा राज्य सरकार ही उनकी सैलरी का अमाउंट तय करती है।
सैलरी के अलावा विधायकों को मिलने वाली अन्य सुविधाएं ?
सैलरी के अलावा भी विधायकों को कई सुविधाएं मिलती हैं। विधायकों को मिलने वाली सुविधा में सबसे पहले सरकारी आवास सुविधा ,मेडिकल सुविधा ,यात्रा भत्ता और एक व्यक्ति के साथ ट्रेन में फ्री यात्रा और कार्यकाल खत्म होने के बाद भी विधायक को हर महीने कुछ हजार रुपये पेंशन के तौर पर मिलते हैं।
एक एमएलए को जो सैलरी मिलता है ऐसा नहीं है की पुरा का पुरा सैलरी उनके पॉकेट में जाता है
उदाहरण के लिए
विधायक लोग भी एक कर्मचारी की फिर होते हैं
उन्हें एक बेसिक सैलरी मिली है या इधर उधार कंपनी के काम से जाते है जैसे तो कंपनी पैसे देती है, फोन के पैसे देता है, हेल्थ के लिए पैसे देता है वैसा ही एमएलए लोगो के लिए होता है
लेकिन इस्का मैटलैब ये नहीं है की एमएलए लोगो मैं या एक कंपनी के कर्मचारी मुझे कोई अंतर नहीं होता ये मैंने बस आप को आसन भाषा में समझने के लिए उदाहरण देके
जो एमएलए लोगो की सैलरी होती है वो बहुत कम होता है
एक से बेसिक सैलरी होती है फिर उसके खराब भत्ते मिलते हैं
भत्ते को हिंदी में भाटा बोले है मतला खरे के लिए जो पैसे मिलते हैं जैसे फोन बिल, बिजली बिल, किराया, पेट्रो डीजल, मीटिंग अटेंड करने के लिए जो पैसे मिलते हैं सबको जोर्न के खराब जो राशि बंता है वो कुल वेतन बंटा है
या सारे मुझे भत्ता बताता है अलग अलग तरह का होता है
वही नहीं होता है
या भत्ता के खराब भी बहुत कुछ सुविधाएं मिली है एमएलए लोग या उनके परिवार के सदस्यों के लिए जैसे
ट्रेन की टिकट
उड़ान का टिकट
स्वास्थ्य सुविधा
ये वो आदि
फ़िर बैड मी एन लोगो को पेंशन भी मिलता है
पेंशन की राशि हर राज्य में अलग-अलग हो सकती है क्योंकि हर राज्य के विधायकों की तनख्वाह भी अलग-अलग होती है।
अब चलिये देखते हैं किस राज्य में एमएलए लोगो को लगा कितनी कितनी सैलरी मिलती है
सबसे ज़्यादा सैलरी देने वाला राज्य? (most paid mla – 2 lakh and above)
स्टेट्स जहां एक एमएलए की कुल सैलरी 2 लाख या उससे ज्यादा है यदि सर्वाधिक सैलरी की बात की जाए तो तेलंगना एक ऐसा राज्य है जो अपने विधायकों को सबसे अधिक सैलरी देता है। वहां के विधायकों की सैलरी लगभग ₹2,30,000 महीना होती है।
अगर बेसिक सैलरी और भक्तों की दृष्टि से इस सैलरी को देखा जाए तो यहां विधायक की सैलरी मात्र ₹20,000 है लेकिन उनको मिलने वाले भत्ते ₹2,50,000 के होते हैं जिससे कुल मिलाकर उनकी सैलरी ₹2,70,000 हो जाती है।
Sates | Basic Pay | Allowance | Total Salary |
---|---|---|---|
Telangana | 20,000 | 2.7 Lakh | |
Maharashtra | 8,000 | 2.3 lakh | |
Himachal Pradesh | 55,000 | 2.1 lakh | |
Jharkhand | 40,000 | 2.08 | |
Karnataka | 40,000 | 2.05 lakh | |
Uttrakhand | 30,000 | 2 lakh |
सबसे कम सैलरी देने वाले राज्य? (Least paid states – 1 lakh and less salary)
स्टेट्स जहां आपको एक एमएलए की कुल सैलरी 1 लाख से भी कम है सबसे कम सैलरी देने वाले राज्यों में केरल का नाम है केरल में एक विधायक की सैलरी लगभग ₹43,000 के आसपास होती है और इस सैलरी में उनका भत्ता भी जुड़ा होता है।
केरल के बाद त्रिपुरा एक ऐसा राज्य है जो अपने विधायकों को काफी कम सैलरी देता है त्रिपुरा में एक विधायक की एवरेज सैलेरी ₹48000 के आसपास बैठती है।
Sates | Basic Pay | Allowance | Total Salary |
---|---|---|---|
Tamil Nadu | 55,000 —1 lakh | ||
Odisha | 35,000 —- 1 Lakh | ||
Nagaland* Rs. 1,00,000 | |||
Punjab | —- 25,000 —- 95,000 | ||
Delhi — 30,000 —- Rs 90,000 | |||
Tripura — 48,420 —- 84,842 | |||
West Bengal —– 10,000 —- 81,300 | |||
Kerala | — 2,000 — 70,000 | ||
Meghalaya* – Rs. 60,000 |
कुछ राज्य और उनके विधायकों को मिलने वाली सैलरी की सूची (सैलरी प्रति माह आधार पर है)
या ये है बाकी राज्यों की लिस्ट जहां के एमएलए लोगो की सैलरी 2 लाख से कम है या 1 लाख से ज्यादा है
Sates | Basic Pay | Allowance | Total Salary |
---|---|---|---|
Uttar Pradesh | — 75,000 —– 1.87 Lakh | ||
Goa | —-10,000 + —- | 1.70 Lakh | |
Sikkim | * — — 1.65 Lakh | ||
Mizoram | —- 80,000 —- 1.50 Lakh | ||
Haryana | — 40,000 —- 1.50 Lakh | ||
Rajasthan | — 40,000 — 1.42 Lakh | ||
Bihar | — 40,000 — 1.35 Lakh | ||
Andhra Pradesh | — 12,000 — 1.25 Lakh | ||
Arunachal Pradesh* Rs. 1.25 Lakh | |||
Assam | —- 80,000 — 1.2 Lakh | ||
Gujarat | — 78,800 —- 1.16 Lakh | ||
Manipur | * – Rs. 1,12,500 1.12 Lakh | ||
Madhya Pradesh | —- 30,000 — 1.10 Lakh | ||
Chhattisgarh | — 20,000 — 1.10 Lakh | ||
Puducherry* 1.05 Lakh |
आप क्या सोचते हैं क्या सारे एमएलए लोगो को सैलरी के बारे में अपनी राय कमेंट मुझे बताएं