ग्रीष्म काल में होने वाली छुट्टी को गर्मी छुट्टी कहा जाता है। गर्मी छुट्टी एक लंबी अवकाश के रूप में मिलती है। साल भर की सबसे लंबी छुट्टी जब वह 30 दिन से 45 दिनों तक चलती है। यह छुट्टी कई मायनों मेंआनंददायक होती है।स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे, प्राइवेट तथा सरकारी नौकरी करने वालों में इस छुट्टी का उत्साह देखने योग्य होता है। ग्रीष्म ऋतु में तापमान 45 डिग्री या इससे भी अधिक गर्म हो जाती है। बाहरी धूप जानलेवा होती है तथा इसमें स्कूल जाना काम करना मुश्किल हो जाता है। जिसके कारण इस अवकाश को इस गर्मी की अवधि में लागू किया जाता है ताकि लोग चैन से अपने घरों में सुरक्षित रह सके अथवा ठंडे प्रदेशों में भ्रमण हेतु जा सके। गर्मी की छुट्टी विद्यालयों में परीक्षा समाप्त होने के बाद होती है। इसलिए इसका आनंद बच्चे भरपूर लेते हैं। इससे दूसरा फायदा यह होता है कि बच्चे साल भर पढ़ाई करके थोड़ा थके महसूस करते हैं और गर्मी में उनका मन पढ़ाई में नहीं लगता इसलिए गर्मी की छुट्टी में बच्चों की दिमागी थकान भी दूर हो जाती है। गर्मी की छुट्टी प्रायः मई महीने के तीसरे सप्ताह से शुरू होकर जून के आखिरी सप्ताह तक चलती है। छुट्टी में सबसे अधिक प्रसन्नता बच्चों को होती है क्योंकि बच्चे छुट्टी में अपने घर पर रहते हैं पुराने दोस्तों से मिलते हैं और गांव का आनंद लेते हैं।
गर्मी छुट्टी का उद्देश्य
ग्रीष्म काल में अत्यधिक तापमान की वजह से कई लोगों की जान चली जाती है। इन दिनों धूप में गर्मी इतनी अत्यधिक होती है कि घर से बाहर निकलने पर लू लग जाती है। लू गर्मी में होने वाली आम तथा जानलेवा बीमारी है। इसमें शरीर की त्वचा धूप की गर्मी से जल जाती है तथा इसमें विषाणु पनपने लगती है। पूरे शरीर में फुंसी निकलने लगती है। इससे सबसे ज्यादा प्रभावित बूढ़े और बच्चे होते हैं। 45 डिग्री और उससे अधिक तापमान सामान्य तौर पर प्रतिदिन सुबह-सुबह देखने को ही मिल जाती है जिससे स्कूल या ऑफिस जाना असंभव सा हो जाता है। इसलिए मार्च-अप्रैल अथवा मई-जून में गर्मी को देखते हुए ग्रीष्म अवकाश का ऐलान होता है। साल भर पढ़ाई करके बच्चे भी दिमागी तथा शारीरिक थकान महसूस करते हैं इसलिए इन्हें भी आराम करने के उद्देश्य एक लंबी छुट्टी गर्मी छुट्टी के रूप में दी जाती है। गर्मी छुट्टी परिवार में एक दूसरे से मिलने गांव घूमने बचपन के मित्रों से मिलने का अवसर होता है। बच्चों के लिए सबसे खुशी और उत्साह वाला छुट्टी होता है। बच्चे इसका इंतजार बड़े धैर्य से करते हैं। एक गर्मी छुट्टी समाप्त होने के साथ ही बच्चे दूसरे गर्मी छुट्टी का प्लान तैयार करने में जुट जाते हैं।
गर्मी छुट्टी में घूमने योग्य जगह
गर्मी छुट्टी में बच्चों अपने परिवार के साथ गर्मी छुट्टी मनाने अपने घर से दूर गांव अथवा किसी ठंडे परदेस में जाते हैं। अपने पारिवारिक हालात के अनुसार लोग जगह चुनते हैं। कुछ भी विदेशों में जाने के इच्छुक होते हैं परंतु ज्यादातर अपने देश में ही ठंडी जगह पर जाने का प्लान बनाते हैं। जैसे पुरानी धरोहरों को देखने जाना, धार्मिक यात्राओं में जाना या फिर ठंडे प्रदेशों में बर्फ का मजा लेने जाना। यहां कुछ भारतीय प्रदेशों के नाम है जहां का दृश्य भी मनमोहक तथा रोमांचित कर देने वाला होता है। गोवा गोवा शहर अपने आप में देशी-विदेशी पर्यटकों के मनमोहक के रूप में जाना जाता है। यह पहाड़ों झीलों झरना से भरा पूरा शहर है। इसमें गर्मी छुट्टी मनाने लाखों लोग देश विदेश से आते हैं। गोवा बीच अपने आप में एक मिसाल है जहां करोड़ों की संख्या में पर्यटक हर साल आते हैं। यह फिल्म शूटिंग का भी केंद्र है। यहां कई फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है। यह वाकई में घूमने योग्य जगह है।
- उत्तराखंड
उत्तराखंड भारत में स्थित एक सुंदर जंगलों, पहाड़ों तथा झरनों से घिरा हुआ प्रदेश है। उत्तराखंड को देवों का धाम कहा जाता है। यहां चारों तरफ पहाड़ ही पहाड़ और जंगल ही जंगल है। धार्मिक स्थलों से भरपूर इस राज्य में प्रवेश मात्र से ही शरीर का रोम-रोम रोमांचित हो जाता है। यहां हरिद्वार, मसूरी, केदारनाथ आदि अनगिनत ऐसे जगह हैं जो अपने आप में खास हैं और यहां जाना धार्मिक दृष्टि से अपने आप में बहुत ही महत्वपूर्ण है। अधिकतर बॉलीवुड तथा हॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग भी यहां हुआ है। स्टूडेंट ऑफ द ईयर की पूरी शूटिंग यही हुई है। यह पठन-पाठन का भी प्रमुख केंद्र है। यहां रुड़की आईआईटी तथा बहुत सारे ऐसे संस्थान है जहां जाना अपने आप में बड़ी बात है।
- हरिद्वार
हरिद्वार का मतलब ही होता है हरि का द्वार। यह उत्तराखंड का एक जिला है जो धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है। यहां गंगा बहती है और इसका दृश्य देखने लायक होता है। यहां कई ऐसे जगह हैं जो घूमने योग्य हैं जैसे कि हर की पौड़ी, माता रानी का दरबार, ऋषिकेश आदि कई महत्वपूर्ण स्थान है जिसे देखकर मन आनंदित होता है। कहावत के अनुसार धार्मिक दृष्टिकोण से यहां स्नान करना बड़ा पुण्य माना जाता है। यहां प्रतिवर्ष कुंभ का मेला भी लगता है जोकि विश्व प्रसिद्ध है। इसी जिले में रुड़की कलियर में बाबा का दरगाह है जो विश्व प्रसिद्ध है। यहां 1 महीने का मेला लगता है जिसमें देश विदेश से लोग मेला देखने तथा दरगाह पर चादर चढ़ाने आते हैं। यह विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है। हरिद्वार पर्यटन के केंद्र के रूप में अपने आप में विश्व प्रसिद्ध भूमिका में है।
- केदारनाथ
बाबा भोले की नगरी है केदारनाथ। यह उत्तराखंड राज्य में ही स्थित अपने आप में विशिष्ट पहचान रखने वाली मंदिर है। यहां का धार्मिक महत्व अपने आप में बहुत ही पावन है। इसे ग्रंथों में धामों में से एक धाम कहा गया है। यह पर्वतों की श्रृंखला में बना बाबा बर्फानी का मंदिर है। यहां साल के छह मां मंदिर का पट का दरवाजा बंद रहता हैं।बाबा की नगरी केदारनाथ की मान्यता है कि बर्फ गिरने के समय जब 6 माह के लिए मंदिर का दरवाजा बंद होता है फिर भी महादेव का दीपक जलता रहता है। यहां बाबा का स्वरूप पूरा बर्फ से बना हुआ है। यह एक अद्भुत अकल्पनीय नजारों का समावेश है। यहां देश विदेशों से पर्यटक घूमने आते हैं तथा यहां की तस्वीरें अपने कैमरों में कैद करते हैं। यहां का दृश्य रोमांचित होता है यहां आकर मनुष्य सब कुछ भूलकर मोह माया से परे हो जाता है और बाबा की भक्ति में भक्तिमय हो जाता है। यहां फिल्मों की शूटिंग फोटोग्राफी आदि किया जाता है। यहां के पहाड़ों का नजारा देखने योग्य होता है। इस पहाड़ों पर चढ़ने के बाद का नजारा और भी अधिक मनमोहक होता है। यह भारत की सुंदरता का प्रतीक है। यह एक ठंडा इलाका है जहां सालों भर बर्फ रहती है। देश विदेशों से जब नागरिक बाबा के दर्शन को आते हैं तब भारत के इस झलकती दृश्य और बाबा की महिमा का गुणगान करते नहीं थकते।
और भी कई जगह है भारतवर्ष में जहां गर्मी की छुट्टी मनाने के लिए उपयुक्त है। अपने देश की भ्रमण के बाद लोगों को यह एहसास होता है कि भारतवर्ष खुद ही पर्यटन का केंद्र है तो फिर गर्मी की छुट्टी कहीं और क्यों?