प्रोटॉन की परिभाषा:
प्रोटॉन एक स्थिर कण हैं जिसमें एक धन विद्युत चार्ज होता हैं।
प्रोटॉन को p या p+ इन चिन्हों द्वारा दर्शाया जाता हैं। प्रोटॉन और न्यूट्रॉन एक परमाणु के नाभिक में पाए जाते हैं ।
प्रोटॉन की खोज:
प्रोटॉन की खोज एक जाने माने बड़े ही ज्ञानी भौतिकशास्त्री अर्नेस्ट रदरफोर्ड ने 1920 में कीया था ।
हाइड्रोजन नाभिक को अर्नेस्ट रदरफोर्ड ने 1920 में प्रोटॉन का नाम दिया।
प्रोटॉन का द्रव्यमान:
प्रोटॉन का भार लगभग 1.67262*10-27 किलोग्राम होता हैं एव प्रोटॉन का भार न्यूट्रॉन के भार से थोड़ा कम होता हैं ।
प्रोटॉन का प्रचकरण ½ होती हैं।
प्रोटॉन का विद्युत आवेस +1e हैं यानी 1.60217*10-19 कूलंब हैं। प्रोटॉन और इलेक्ट्रॉन दोनों पर ही बराबर का आवेश होता हैं लेकिन दोनों की प्रकृति अलग होती हैं।
रदरफोर्ड के हिसाब से हर परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन की अलग अलग संख्या पाई जाती हैं।
प्रोटॉन की संख्या:
प्रोटॉन की संख्या हम इस प्रकार से निकाल सकते हैं:-
तत्वों को अलग अलग उनकी एटॉमिक स्ट्रक्चर के अनुसार एक चार्ट में बैठाया जाता है जिसे हम आवर्त सारणी कहते हैं। आवर्त सारणी में अलग अलग तत्वों का एक विशिष्ट नाम होता है।नाम के साथ साथ उसमे उनका परमाणु संख्या और परमाणु भार भी दिया रहता है । तत्वों के नाम को आवर्त सारणी में अलग अलग चिन्ह् दिए जाते हैं। उन चिन्हों के उपर बाएं ओर कोने में परमाणु संख्या लिखी होती हैं जो हमें उस तत्व में कितने प्रोटॉन है ये बताती हैं। हर एक पदार्थ की प्रोटॉन कि संख्या और परमाणु संख्या अलग होती हैं।