स्वर वर्ण याद कर के लिख देना तो बेहद आसान होती है वहीं जब बात आती है उससे जुड़ी जानकारियां की तो हमारी बोलती ही बंद हो जाती है। तो अब हैरान नहीं होना है यहां पर आपको स्वर वर्ण से जुड़े हर जानकारियां के बारे में ज्ञान होगी। हिंदी वर्णमाला को दो वर्गों में बांटा गया है – स्वर वर्ण और व्यंजन वर्ण। व्यंजन वर्ण को बोलने के लिए स्वर वर्ण की आवश्यकता होती है।जब तक स्वर वर्ण की ध्वनियों का इस्तेमाल व्यंजन के साथ नहीं होता तब तक व्यंजन का उच्चारण नहीं होता है।यदि आप व्यंजन को सामान्य रूप में लिखते हैं तो हर व्यंजन में अ की ध्वनि मौजूद रहती है।
स्वर वर्ण – अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ अनुस्वार- अं विसर्ग- अ:
** अ की कोई मात्रा नहीं होती है।इसकी सहायता लेकर व्यंजन वर्ण की उच्चारण की जाती है।इसकी ऐसी कोई भी पहचान नहीं है जिससे आप इसकी मौजूदगी किसी व्यंजन में पता लगा सकते हैं।
** स्वर वर्ण की अपनी ही निशानी होती है जिसे हम व्यंजन वर्ण में देखते हैं।
स्वर वर्ण से बनने वाले कुछ शब्दों को देखेंगे। साथ ही साथ यह भी जानेंगे कि व्यंजन वर्ण के साथ कैसे हम स्वर वर्ण की पहचान करते हैं।
स्वर वर्ण अ आ इ ई उ ऊ ऋ ए ऐ ओ औ अं अः | शब्द अनार आम इमली ईख उल्लू ऊन ऋषि ऐड़ी ऐनक ओखली औरत अंगूर | पहचान कोई मात्रा नहीं होती ा ि ी ु ू ृ े ै ो ौ ं ः |
चलो अब बच्चों के गृहकार्य को आसान करते हैं।अक्सर बच्चों को हर मात्रा की कम से कम पांच शब्द लिखने को मिलते हैं। तो क्यूं ना उनकी कामों को आसान कर दिया जाए।तो यहां हम हर मात्रा के दस शब्दों के बारे में चर्चा करेंगे।कभी कभी बच्चों को उन मात्रा से वाक्यों को भी लिखना रहता है।तो यहां हमने एक वाक्य का वर्णन किया है उसी आधार पर आप सारे कर सकते हैं।सभी वाक्यों में निम्नलिखित मात्राओं वाले शब्दों को चिन्हित कर दिया गया है।
आ की मात्रा – कपास, चावल, चरखा, बताशा, आशा, दवाखाना, आज, टमाटर, पाठशाला, अखबार ।
** आम फलों का राजा होता है।
इ की मात्रा- किला, बिटिया, जिला, दिला, विमला, चिमटा, झिलमिल, किशमिश, पिकनिक, गिरगिट।
** विमला खाना खाती है।
ई की मात्रा- भिखारी, बीमारी, दादी, नानी, खिलाड़ी, बकरी, जीव, बली, सिटी, दिल्ली।
** भिखारी गरीब होते हैं।
उ की मात्रा- तुम, धुन, गुलाब, तुलसी, बुढ़िया, सुपारी, काबुल, कुमार, बुलबुल, मुलायम।
** तुम बहुत अच्छे हो।
ऊ की मात्रा- घूम, आलू, खजूर, चाकू, जरूरी, तराजू, सबूत, तराजू, मयूर, मजबूत।
** आलू एक सब्जी होती है।
ए की मात्रा – सपेरा, हथेली, ठठेरा, पेड़, जेब, सहेली, सपेरा, लेट, भेज, सहेली।
** पेड़ में पत्ते हैं।
ऐ की मात्रा – बैलगाड़ी, हैरान, बैठक, गैस, जैसा, तैयार, बैठक, पैसा, छैला, गवैया।
** वह बहुत हैरान है।
ओ की मात्रा – रोगी, मोदी, लोटा, बोली, मनोहर, भोजन, नोट, गोल, सोच, खोज।
** भोजन समय पर करनी चाहिए।
औ की मात्रा – कचौरी, चौकी, सौदा, रौनक, खिलौने, गौरव, चौकीदार, नैनिहाल, मौका, कचौरी।
** औरत से घर में रौनक रहती है।
अं की मात्रा – घंटाघर, सरपंच, जंगल, अंदर, भंडार, पंखा, संग, पतंग, मंगल, अंडा।
** अंगूर एक फल होता है।