कक्षा-7 के लिए निबंध लेखन की पूरी प्रक्रिया।

निबंध लेखन एक ऐसा लेखन होता है जिसमें हम किसी भी वस्तु या फिर किसी चीज के बारे में लिख सकते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि किसी भी शीर्षक के बारे में जो भी आए वो लिख देंगे। तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। कभी कभी हम जानते तो बहुत कुछ है लेकिन हमें लिखना कहां है और कैसे लिखना है, इन सबकी जानकारी नहीं होती है। बहुत से बच्चे कक्षा षष्ठी के बाद एक ही जैसा निबंध लिखते हैं। लेकिन उन्हें इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि जैसे जैसे हमारी कक्षा में उन्नती होती है वैसे ही हमारी लेखन में भी उन्नति होनी चाहिए। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हमारी सोचने की और लिखने की क्षमता भी बढ़ते जाती है। कुछ लोगों को लगता है हिन्दी अपनी राष्ट्रभाषा है तो हम निबंध भी आसानी से लिख सकते हैं।परन्तु भाषा की जानकारी और निबंध को नियमित रूप से लिखने में अंतर है। कभी कभी हमारे पास विषय की कोई जानकारी नहीं होती है और हमारी भाषा बिल्कुल मनमोहक होती है तो उस समय आप अच्छे निबंध नहीं लिख सकते हैं। भाषा के साथ साथ विषय के बारे में अच्छी जानकारी होना सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होती है निबंध लिखने की।

चलिए अब हम यह जानेंगे की आखिर हम कक्षा सप्तम में निबंध लिखें कैसे जिससे हमारा निबंध एक आकर्षित निबंध हो सके।

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निबंध लिखने के नियम:-

  • सबसे पहले शीर्षक से संबंधित पूरी अच्छी तरह से पढ़े लें और सोच लें। विषय के अनुरूप ही सबकुछ सोचें।
  • जो भी विषय रहे उसी से संबंधित भाषा और शैली का प्रयोग करें।
  • निबंध लिखते समय हर नई बातों के लिए एक नया अनुच्छेद लिखिए।
  • यदि निबंध किसी ऐसी विषय पर है जिससे कोई कविता की पंक्ति जुड़ी है तो उस पंक्ति को आप कविता में लिख सकते हैं।
  • यदि कोई मुहावरा याद है विषय से संबंधित तो उसे भी लिख सकते हैं।

निबंध को नीचे दिए गए तीन भागों में बांटिए :-

  1. भूमिका या आरंभ:- सबसे पहले भाग में निबंध का परिचय दीजिए। परिचय बिल्कुल आकर्षित होना चाहिए।आरंभ जितना अच्छा होता है निबंध उतना ही अच्छा माना जाता है।
  2. आरंभ अच्छा होने से लोगों के मन में उत्सुकता जागती है। किसी काव्यपंक्ती से भी आप निबंध आरंभ कर सकते हैं।
  3. मध्य :- दूसरे भाग में विषय के बारे में विस्तार से लिखें। विस्तार बिल्कुल क्रमानुसार होनी चाहिए। जैसे एक अनुच्छेद से दूसरा अनुच्छेद जुड़ा रहना चाहिए।
  4. अंत :- अन्तिम भाग में विषय का समापन अच्छी तरह से  कीजिए। कहते हैं न अंत भला तो सब भला। इसलिए भूमिका और अंत दोनों ही मजेदार होनी चाहिए। 

कुछ बातें जो निबंध लिखते समय ध्यान में रखना है –

  • सबसे पहले तो विषय के संबंध में ही हर कुछ लिखें अर्थात लेखन विषयनुकुल होनी चाहिए। 
  • तीन भागों में बांटने के लिए भाग 1 या भाग 2 नहीं लिखना है। इसके लिए हम एक पंक्ति छोड़ दिया करते हैं।
  • कभी भी अनावश्यक विस्तार नहीं करना है।
  • किसी भी बातों को दोहराना नहीं है।
  • जिस व्यक्ति की भूमिका और अंत अच्छी होती है उन्हें निबंध में अच्छे अंक प्राप्त होते हैं।
  • लिखने के पश्चात एक बार लेखन को जरूरी पढ़ें।