डॉक्टर कैसे बनते है, क्या-क्या पढ़ना पड़ता है?

डॉक्टर एक प्रकार का चिकित्सा व्यवसाई में काम करने वाला वहां योग्य व्यक्ति हैं जो स्वास्थ्य की जांच करके किसी व्यक्ति के मानसिक और शारीरिक परेशानी को दूर करते हैं। विभिन्न क्षेत्र में विभिन्न में परेशानी के विविन इलाज के लिए विभिन्न डॉक्टर मौजूद हैं। कई वर्षों के कठोर परिश्रम को पढ़ाई के बाद ही लोग डॉक्टर जैसे एक पदवी को हासिल कर पाते हैं। यह मानी जाने वाली एक सबसे अच्छी व्यवसाय में से हैं। हमारे समाज में डॉक्टर को ऊंचा दर्जा दिया गया है। भगवान के बाद सबसे ज्यादा विश्वासी वह योग्य व्यक्ति डॉक्टर को ही कहा जाता है। लोग इनकी तुलना भगवान से करते हैं। यह व्यवसाय अच्छी आई कमाने में भी मदद करती हैं।डॉक्टर के इलाज के माध्यम से लोगों को एक नया जीवन प्रदान होता है।

डॉक्टर के अलावा आयुर्वेदिक दवाइयां का प्रयोग

भारत ने प्राचीन काल से ही विभिन्न बीमारियों के इलाज की खोज की है। यहा दवाइयों के साथ-साथ चमत्कारी चिकित्सा भी बहुत प्रचलित है। हालांकि इन पर विश्वास करना कभी कभी नुकसानदेह हो सकता है। नइ दवाइयों के साथ-साथ हमारा भारत अपने प्राचीन चिकित्सा विज्ञान आयुर्वेद के लिए भी काफी प्रसिद्ध है। यह ऋषि मुनि के बताए हुए जड़ी बूटियों से बनी आयुर्वेदिक दवाइयों के लिए भी काफी प्रसिद्ध है। सुखी आयुर्वेदिक दवाइयों के कोई साइड इफेक्ट नहीं होते हैं तथा यह सस्ते दामों में भी उपलब्ध होती है इसलिए देश भर में इसका प्रयोग एक बड़ी मात्रा में होता है।

See also  बॉडी बिल्डर कैसे बनाते हैं हिंदी में जानकारी? | Body-Builder Kaise Bane Hindi Mein Jankari

भारत में डॉक्टर व डॉक्टरी शिक्षा का हाल

अब भारत में भी मेडिकल छात्रों को कई अवसर मिलते हैं। परंतु भारतीय विश्वविद्यालयों में दी जाने वाली डॉक्टरी डिग्री कई जगहों वह देश के कई हिस्सों में मान्यता प्राप्त नहीं कर पाती है इसलिए लोग डॉक्टरी डिग्री लेने के लिए तथा डॉक्टरी की पढ़ाई पूरी करने के लिए विदेशों में भी जाते हैं।

डॉक्टरी की पढ़ाई विदेश में पूरी करने के बाद लोग जब विदेश की आय और भारत की आई को मिलाते हैं तब उन्हें विदेश में बस जाना तथा वही अपने पैसे को आगे बढ़ाना उचित लगता है। क्योंकि भारत में डॉक्टरों का हाल व उनकी आय कुछ ज्यादा अच्छी नहीं है।इसलिए अधिकतर मेडिकल छात्र छात्री अपनी पढ़ाई जब विदेशों में पूरी करने जाते हैं तो उनमें से कुछ ही डॉक्टर वापस भारत में आते हैं।

डॉक्टर के प्रकार

हर डॉक्टरो के अलग-अलग प्रकार होते हैं।परंतु पता ना होने के कारण हम अक्सर अपने फैमिली डॉक्टर या किसी भी डॉक्टर के पास चले जाते हैं और वह हमें किसी दूसरे डॉक्टर के पास जाने का सालाह देते हैं। ऐसे में पेशंट की स्थिति और ज्यादा खराब हो जाती है। इसलिए आइए आपको ऐसे 10 प्रकार के डॉकटरों के बारे में जानकारी देते हैं। ताकि जरूरत के समय आप पेशंट को सही डॉक्टर के पास ले जा सके।

जनरल सर्जन

यह डॉक्टर सभी अंगो की जांच करते हैं। इनके द्वारा हर्निया अपेंडिक्स गाॅल ब्लेडर और ट्यूमर का इलाज किया जाता है।

पीडियट्रीशन

यह बच्चों के डॉक्टर है। शिशु के जन्म से लेकर युवा आवस्था तक का इलाज इन्ही की मदद से होता है।

See also  रॉ(RAW) एजेंट कैसे बनते हैं? भारत के रॉ एजेंट से संबंधित सभी जानकारियां हिंदी में। रॉ एजेंसी क्या होती है?

ऑटोलैरिंगालाॅजिस्ट

यह डॉक्टर कान गला नाक रेस्पिरेटरी सिस्टम तथा साइनस जैसी बिमारियों का इलाज करते हैं। प्लास्टिक सर्जरी का इलाज भी इन्हीं के द्वारा की जाती है।

एनिन्थीसियोलाॅजिस्ट

यह सर्जरी के समय पेशंट के शरीर को सुन्न करने का कार्य करते हैं।एनिन्थीसीया के डोस देते हैं तथा ऑपरेशन से ऑपरेशन के बाद तक पेशेंट इन्ही की देखरेख में रहता है।

ऑन्कोलॉजिस्ट

यह आँतो के कैंसर के स्पेशलिस्ट होते हैं। यह अकसर सर्जनस के साथ मिलकर अपना कार्य पूरा करते हैं।

कार्डियोलॉजिस्ट

यह दिल व रक्त संचार के स्पेशलिस्ट होते हैं। दिल में होने वाली किसी भी समस्या का इलाज हम इसी डॉक्टर के द्वारा करवाते हैं।

डर्मेटोलाॅजिस्ट

किसी भी तरह के स्किन इंफेक्शन या बिमारी का इलाज या नाखून बाल मे हो रहे समस्याओं का इलाज हम इन्ही से करवाते है।

डेंटिस्ट

यह हमारे दांतो व मसूड़ों में हुए बीमारियों का इलाज कर हमें उस परेशानी से मुक्त करते हैं।

एंड्रोकायनोलाॅजिस्ट

यह शरीर में बढ़ रहे मोटापे वह हार्मोंस के स्पेशलिस्ट है।यह डायबिटीज,थाईराइड,कैल्शियम व हड्डियों से जुड़े बिमारियों का इलाज करते हैं।

कोलोन व रेक्टल सर्जन

पेट व छोटी आँत के समस्या होने पर हम इन्ही से अपना इलाज करवाते हैं। यह पेट के दर्द, कैंसर का इलाज करते हैं।

यह अलग-अलग तरह के डॉक्टर अलग-अलग बीमारियों का इलाज करते हैं। एक बार इसे जरुर पढ़ें ताकि आपको हर अलग-अलग डॉक्टर के बारे में पता चले पर जरुरत के हिसाब से आप पेशंट को कम समय बर्बाद कर सही डॉक्टर के पास ले जा सके जिसकी पेशेंट को जरूरत है।