इंटरनेट के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी – इंटरनेट किसे कहते हैं, किसके योगदान से आज इंटरनेट का उपयोग हो रहा है

इंटरनेट जो इंसानों के जीवन का एक अहम हिस्सा बन गया है। इंटरनेट के बिना इंसान कुछ नहीं है। आज हम दूर बैठे साथी या किसी से भी देख कर बात कर पाते हैं तो उसका श्रेय इंटरनेट को ही जाता है।

इंटरनेट किसे कहते हैं?

जब दो या दो से अधिक संगणक के बीच सूचनाओं का आदान प्रदान होता है तो उसे ही इंटरनेट कहते हैं।ऐसे हिंदी में अंतर्जाल भी कहते हैं।अंग्रेजी में बच्चों को एक आसान सा वाक्य सिखाया जाता है – (network of network is called Internet) 

इंटरनेट का पूरा नाम क्या होता है?

इंटरनेशनल नेटवर्क, इंटरनेट का पूरा नाम होता है।

इंटरनेट की इतिहास

ऐसा माना जाता है कि किसी एक व्यक्ति ने इंटरनेट को नहीं बनाया है। सन् 1960 से 1970 तक में इंटरनेट की खोज हो गई थी।सबसे पहले अर्पानेट ( ARPANET) बनाया गया था। यूएस और सुरक्षा एजेंसी ने मिलकर इसे बनाया था।

इंटरनेट की सर्वप्रथम खोज किसने की?

वैसे किसी एक व्यक्ति ने तो नहीं किया है। हालांकि बहुत ही अहम भूमिका निभाने के कारण दो व्यक्तियों का नाम जरूर लिया जाता है- विंट सिर्फ (vint cerf) और बॉब काहन (Bob Kahn)। 

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हिंदी में इंटरनेट प्रोटोकॉल क्या होता है?

एक उदाहरण के तहत इंटरनेट प्रोटोकॉल को समझते हैं। जैसे दुनिया में इंसानों के लिए नियम और शर्तें नहीं होता तो जिसे जो मन होता वो करता। वैसे ही इंटरनेट को लाखों करोड़ों लोग इस्तेमाल करते हैं। इसलिए इंटरनेट भी नियमानुसार काम करता है। इंटरनेट के लिए भी नियमों का पालन होता है इसलिए इंटरनेट प्रोटोकॉल कहते है।यहां प्रोटोकॉल का मतलब नियम ही होता है।

इंटरनेट सर्फिंग क्या होता है?

इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले हर उपभोक्ता सर्फिंग करते हैं लेकिन उन्हें पता नहीं होता है कि आखिर ये होता क्या है। कभी कभी यूजर्स को कोई काम नहीं रहता है तो कुछ भी इंटरनेट पर खोज कर पढ़ने लगते हैं। तो इसे ही इंटरनेट सर्फिंग बोलते हैं।

बहुत से लोगों को लगता है इंटरनेट सर्फिंग और इंटरनेट ब्राउजिंग दोनों एक ही चीज होते हैं।परन्तु वास्तव में दोनों के काम अलग होते हैं। लेकिन जब हम किसी मकसद से कुछ भी खोजते हैं गूगल या किसी भी वेबसाइट पर तो उसे इंटरनेट ब्राउजिंग बोलते हैं।

नेटवर्क किसे कहते हैं?

जब हम किसी भी माध्यम से एक से अधिक कंप्यूटर को जोड़ते हैं तो उसे ही नेटवर्क बोलते हैं। माध्यम तार सहित या बिना तार का भी हो सकता है।

1. तार वाले माध्यम – 

  • ट्विस्टेड पेअर केबल, काेक्सियल केवल और फाइबर ऑप्टिक केबल।

2. बिना तार वाले माध्यम –

  • रेडियो वेव, ब्लूटूथ, इन्फ्रारेड, सैटेलाइट।

इंटरनेट का उपयोग कहा कहा होता है?

  • छात्रों के शिक्षा 
  • संचार हेतु
  • सीट बुकिंग में
  • समाचार 
  • नौकरी ढूंढने में
  • मनोरंजन
  • पैसों की लेन देन में
  • ऑनलाइन खरीदारी
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इंटरनेट कैसे चलता है या कैसे काम करता है?

ऑप्टिकल फाइबर के कारण ही हम इंटरनेट का इस्तेमाल कर पाते हैं। 8 लाख की लंबाई वाले ऑप्टिकल फाइबर समुद्र में बिछाए हुए हैं। जिसकी सहायता से 90 प्रतिशत लोग इंटरनेट का उपयोग कर पाते हैं।

कंप्यूटर को इंटरनेट से कौन जोड़ता है?

आपको बता दें कि कंप्यूटर को इंटरनेट से दो तरह से जोड़ सकते हैं। पहले तार जिसे केबल भी बोलते हैं और दूसरा बिना तार की मदद से । केबल या डोंगल या ब्रॉड बैंड इन सभी में तार की सहायता पड़ती है उससे हम इंटरनेट को जोड़ सकते हैं। दूसरा बिना तार के जैसे – हॉटस्पॉट या वाई फाई ।

कुछ महत्वपूर्ण बातें इंटरनेट से संबंधित

** भारत में सन् 1995 में इंटरनेट की सुविधा शुरू हुई थी।
** .com डोमेन का संबंध व्यापारिक संस्था से होता है।
** किसी भी संगंथन में .org  डोमेन रहता है।
** ब्राउज़र की सहायता से हम इंटरनेट की लाभ उठा पाते हैं।
**इंटरनेट सर्फिंग और इंटरनेट ब्राउजिंग में अंतर होता है।